मेरे हिंदु होने पे गर्व महसूस करु, या उसके हिंदू होने पे घृणा। .... India on Wheel (Travel Stories)
मेरी भारत दर्शन की प्रवास के दौरान सेहत खराब होने के कारण गीता कुटीर, बासवारा मे लगबग 4 दिन रुखा हुआ था | गीता भवन, ऋषिकेश का हिंदु संस्कृति का अनुभव देखते हुए में अगस्तमुनि से रोड के अगल बगल गीता कुटीर ढूंढते ढूंढते गीता कुटीर पहुंचा। मेरी सेहत बहुत खराब थी की मुझे बिलकुल चला नही जा रहा था। विश्वास कर के मैने साधु जी से रहने और खाने के बारे में मदद मांगी। साधु जी ने मुझे पुछा, खाना दिया। अगले दिन साधुजी वृंदावन चले गए। साधु जी ने मुझे रहने के लिये एक पुराना रूम दिया जो की पिछली बाढ मे बहते बहते बचा हुआ था | मेने भगवान का प्रसाद समझके उसी जगह पे खाना खाया और आराम किया । जोरो की बारिश, बादलों की गुरहाहट, नदी का बहाव ये सब कम था की रात भर चूहों की भागदौड़... एक पल के लिए मुझे तो सच में ऐसे लगा की भोले बाबा मेरी परीक्षा ले रहे हैं। दोनों राते मैने goldmines की मुव्हिज देखके गुजारी और दिनभर सोते हुए निकाले। तीसरी रात मैंने जैसे तैसे निकाली और चौथे दिन सुबह निकलने लगा तो यहां की राजेश शर्मा नाम की इंसान ने मुझे हर दिन के 1 हजार से 4 हजार पे करने को कहा । मेरे दिमाग में था क...